Real story of time slip | Mystery of the magical hotel | Mystery in hindi
The magical hotel
1979 में जिओफ सिमसन और उसकी वाइफ और उसके दो दोस्त फ्रांस घूम रहे थे। उन्होंने बहुत सारे जगह को देखा और जब वो घूमते घूमते थक गए तब उन्होंने होटल बुक करने का सोचा। एक जगह उन्हे एक बहुत अलग दिखने वाली एक अजीब सा होटल दिखा। उस होटेल ने इनका ध्यान खींच लिया और उन्होंने उसी में रहने का प्लान बनाया। जब वो होटेल के अन्दर गए थे तब उन्होंने देखा कि होटल के स्टाफ बहुत अजीब से पुराने जमाने के कपड़े पहने हुए थे और होटेल का डिजाइन भी कुछ वैसा ही था। उन्होंने रूम बुक करने के लिए स्टाफ से बात किया पर स्टॉक ने कहा कि कोई रूम खाली नहीं है। पर स्टाफ ने यह भी कहा कि आप लोगों कोई दूसरी होटल ट्राई करनी चाहिए हो सकता है कि उसमें रूम खाली हो। उसके बाद वो लोग दूसरी होटेल में चले गए। पर ये होटल भी पिछले जैसा ही कुछ पुराने जमाने का लग रहा था। उन्होंने स्टाफ से पूछा कि क्या यहाँ पर रूम खाली है। नसीब से उनको इस दूसरे होटेल में रूम मिल गया और पूरी रात उन्होंने उसी में गुजारी।
उन लोगों को फोटो खीचने का बहुत शौक था। इसलिए उन्होंने होटल के बहुत सारे खूबसूरत फोटो भी खींचे।दूसरे लोग जो दूसरे रूम में से आ जा रहे थे वो बहुत पुराने स्टाइल के कपड़े पहने थे। ये बात उन लोगों को अजीब लगी और उन्होंने उतना ध्यान नहीं दिया। पूरी रात वहीं बिताने के बाद वो लोग अगले दिन फिर घूमने चले गए। पहले दिन जैसा उन्होंने बहुत जगह घूमा फिर वापस होटेल में आने लगे और गाड़ी की विंडो से जब उन्होंने बाहर देखा तो उन्हें एक बड़ी सी खाली ग्राउंड के बदले और कुछ नहीं दिखा। मतलब दोनों होटल गायब…!
अगल बगल के लोगों से पूछने पर यह पता चला कि ये जमीन तो बहुत सालों से खाली है और बहुत साल पहले यहाँ पर एक होटल हुआ करता था जो कबका destroy हो चुका है। फिर उन्हें अचानक से उन फोटोज की याद आई जो उन्होंने तब खींचा था जब वो लोग होटेल के रूम में थे। और जानते हो आप उन्होंने क्या देखा…
एक खाली कागज। ये time slip था या कुछ और कोई आजतक इस घटना को नहीं समझा सका। और ये time slip की सबसे mysterious (घटनाओं) में से एक है।
The vanished cafe
18 June 1968 को चार्लोट वर्बटन हर बार की तरह शॉपिंग करने के लिए पास के ही एक लोकल जगह में गयी। वो एक सामान्य ट्रिप था जो पहले भी बहुत बार कर चुकी थी। पर इस बार चीजें कुछ ज्यादा ही अजीब होने वाली थी। शॉपिंग करने जब वह शहर में आई तब उसने सोचा चलो कुछ देर के लिए कॉफी हो जाए फिर उसको एक अजीब सा कैफ़े मिला जो उसने आज से पहले कभी नहीं देखा था। वो कैफ़े पुराने जमाने की कैफ़े जैसी लग रही थी। उसे लगा कि कोई नया ट्रेंड होगा cool दिखने के लिए कॉफी शॉप को ऐसे बनाया होगा। उसने ज्यादा ध्यान नहीं दिया पर कुछ दिन बाद उसने फिर ये तय किया कि वह फिर से कॉफी शॉप में जाये और अगली बार जब वो आई तब वो देख रही है कि वहाँ कोई कॉफी शॉप मौजूद ही नहीं है।
आसपास के लोगों से पूछने के बाद उसे ये पता चला कि यहाँ की कैफ़े बहुत साल पहले ही बंद हो चुकी है और लोगों को लगा कि वो ड्रामा कर रही हैं सिर्फ लोग का अटेंशन पाने के लिए। फिर लोगों ने उसी समय उससे पूछा की बताओ तो वो पुराना कैफ़े कैसे दिखता था जिसमें तुम दावा कर रही हो कि तुम गयी थी।
उसके बाद उसने बताया कि दिवार पर एक फोटो लगा था। चेयर की अरेंजमेंट ऐसी थी।और आपको हैरानी होगी ये जन के की असली कैफ़े की जो पिक्चर्स थी वो उसकी बातों से मेल खा रही थी। मतलब उसका जो डिस्क्रिप्शन था कैफ़े के बारे में वो बिलकुल सालों पहले वाली कॉफी शॉप से मिल रही थी। अभी तक की सबसे मानी हुई थ्योरी ये कहती है कि ये अनजाने में ही time slip के चलते थोड़ी देर के लिए past में चली गई थी।
The navy incident
1957 का संडे मॉर्निंग था। तीन ब्रिटिश नेवी (navy) इंग्लैंड के एक गांव में गाए। जब वो लोग गाँव में गए तब आसपास का हाल देखकर लोग चौंक गए। सब कुछ अजीब लग रहा था। पर बाकी घटनाओं से अजीब और अलग इस बार कुछ ज्यादा ही अजीब चीजों को इन तीनों navy man ने अनुभव किया। उन्होंने दूर के एक तालाब को देखा जिसमे बहुत सारे बतख थी और वो हिल ही नहीं रही थी। थोड़ी सी भी हवा नहीं चल रही थी। ऐसा मानो की टाइम रुक सा गया है।
गांव की ओर अंदर जाने के बाद उन्होंने देखा कि इस गांव में कोई भी बिजली का तार है ही नहीं। कोई इंसान ही नहीं दिख रहा था सब कुछ वीरान। ये सब देख के घबराहट के मारे वो सब तुरंत इधर उधर भागना शुरू कर दिए। पर अचानक से बीच रोड में ही सब कुछ वापस पहले जैसा हो गया। तो time slip ही एक ऐसी कांसेप्ट है जो कि इन कहानियों को समझा सकती है।
पर टाइम रुक जाना (stop time) को इसे तो कोई नहीं समझा सकता। पर मैने आपको पहले भी बताया है और फिर बता दूं कि stop time और time slip अभी तक सिर्फ एक science fiction है और ये scientifically proved नहीं है। पर हमारी दुनिया सिर्फ science से limited (सिमित) नहीं है। हमारी दुनिया में ऐसी कई चीजें हैं जो science के परे है पर mysterious (रहस्यमई) जरूर है और Virtual Reality , Artificial Intelligence ये सब टेक्नोलॉजिकल चीजे तो बस ऊपरी सतह का भाग है। science और technology तो सिमित है। हमारी दुनिया तो और भी कई mysterious (रहस्यमई) चीजों से भरी हुई है। और इस दुनिया की सबसे मजेदार बात भी यही है।
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